बस्ती गौर उत्तर प्रदेश
नहर में पानी छोड़ने से किसानों का सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
उप्र बस्ती जिले के गौर क्षेत्र में आधी अधूरी सरयू नहर में पानी छोड़ने से किसानों का सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। इस लापरवाही पर किसानों में काफी रोष है।और फसल खराब होने से किसानों ने मुआवजे की मांग की है। वहीं राजस्व व नहर विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुटे हैं।
बतादे कि सरयू नहर खंड-4 गोंडा की ओर से दो दशक पहले टिनिच रजवाहे का निर्माण कराया गया। कागजों में नहर का निर्माण पूरा हो गया लेकिन विकास खंड गौर के गौर गांव और डुहवा की सीमा पर नहर अधूरी है। दो दिन पूर्व नहर विभाग की ओर से पानी छोड़ दिया गया। इस वजह से रातभर में हरनाखुरी गांव निवासी सुनील यादव और डुहवा गांव निवासी सत्यदेव पाण्डेय, देवनाथ पाण्डेय, श्याम जी, राजेन्द्र, सतना देवी, अरुण कुमार, रमेश कुमार, राजेश, शिवदीन पाण्डेय, निजामुद्दीन, इकबाल, सुमित्रा देवी सहित तमाम किसानों के गेहूं और सरसों की लगभग 100 बीघे फसल जलमग्न हो गई है। पीड़ितों ने नहर विभाग की लापरवाही पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुआवजे की मांग की है। वहीं जानकारी मिलने पर हल्का लेखपाल सुशील पाण्डेय मौके पर पहुंचे।
इस बाबत सरयू नहर खंड-4 के अवर अभियंता सुधीर कुमार तिवारी ने बताया कि बीच में लगभग एक बीघे नहर की खुदाई नहीं हो पाई है। इस वजह से नहर का पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में चला गया है। फिलहाल पानी को बंद करा दिया गया है। “अजीत मिश्रा”